चाय के प्याले


कभी यहां भी
चाय के प्याले रखे होंगे
चर्चा चली ही होगी,

कैसे गाँव से शहर
हम तो आ गए 
कैसे मिट्टी की सड़क
कंक्रीट में तब्दील हो गयी 
कैसे बालू में सने हाथ 
मोबाइल के आधीन हो गए

चाय के प्याले 
चर्चा के वजह तो बने 
न तो दिल की रोशनी 
अब सभी स्क्रीन में ढूँढ़ते हैं..

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