धूप की खुशबू और ऊन



गर्म पीली चादर
के रेशे
और ऊन के एहसास
की खुशी
मुझे बचपन की याद है दिलाती,
जब २६ जनवरी की प्रभात फेरी
हमें जल्दी उठने को मजबूर कर देती |

कुछ यूँ उड़ा समय
की अब धूप की खुशबू
और ऊन भी
ठंडे पड़ने लगे |

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